क्यों होती तुझे इतनी बेचैनी सब कुछ तो है, किसकी तलाश है बावरे मन! क्यों होती तुझे इतनी बेचैनी सब कुछ तो है, किसकी तलाश है बावरे मन!
हां, कुछ अनकहे रिश्ते अपने से बन जाते हैं। हां, कुछ अनकहे रिश्ते अपने से बन जाते हैं।
काश ! मैं टैडी होता, तुझे गिफ्ट में मिला होता तू जितनी खुश होती, मैं उतना खुश मिला होत काश ! मैं टैडी होता, तुझे गिफ्ट में मिला होता तू जितनी खुश होती, मैं उतना खुश...
मूक ह्रदय पीड़ा सहो किसी से अब कुछ न कहो कौन अपना कौन पराया दिखती है बस प्रतिच्छाया! मूक ह्रदय पीड़ा सहो किसी से अब कुछ न कहो कौन अपना कौन पराया दिखती है बस...
बेदर्दी से रिश्तों का ही गला घोंटते देखे लोग ऐसे लोगों से हम सबको है बचना। बेदर्दी से रिश्तों का ही गला घोंटते देखे लोग ऐसे लोगों से हम सबको है बचना।
प्रसन्नचित्त,परमानंद में लिप्त, बावरा-सा मन लिए फूल हूं मैं। प्रसन्नचित्त,परमानंद में लिप्त, बावरा-सा मन लिए फूल हूं मैं।